aam-budget-2019
Jul 6, 2019 ·
3m 12s
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Description
नमस्कार दोस्तों
मैं तातश्री और आप सुन रहे हैं तातश्री रेडियो
दोस्तों! पहली बार किसी भारतीय ने भारत के लिए बजट पेश किया है, भारतीय के लिए बजट पेश किया है| बही खाते के समान, लाल कपडे में लिपटे, दस्तावेज, भारतीय संस्कृति की पहचान करवाते, भारत की प्रथम, पूर्वकालिक महिला वित्तमंत्री के हाथ में सुशोभित ऐसे लग रहे थे मानो भादरिया माता स्वयं भारत का स्वर्णिम भविष्य हाथ में लिए साक्षात रूप में प्रकट हुई हो| एक लम्बे समय के पश्चात एक सुद्रिड सरकार द्वारा प्रस्तुत बजट से पूरी दुनिया की चाहत बनी हुई थी| लेकिन पुरानी होड़ को खंडित करते हुए नवभारत के स्वप्न को पूरा करने की चाहत लिए स्वयं 33 करोड़ देवी-देवता अब भारत के निर्माण का फैंसला कर चुके हैं और राक्षस इसके विरोध में खड़े नजर आ रहे हैं| सत्तालोलुप, नशे में चूर सत्ता खो चुके स्वेच्छिक नेता इस बजट के विरोध में इसलिए हैं क्योंकि वे सत्ता चाहते हैं उन्हें देश के बजट से कोई सरोकार नहीं| क्योंकि उन्हें खाने को कुछ नहीं मिल रहा| क्योंकि वे अजगर अब देश की अर्थव्यवस्था को ढकार नहीं पायेंगे| जबकि पहली बार, बजट 2019 में हर जरूरतमंद भारतीय को भीख देने की बजाए उसकी सहायता का सार्थक प्रयास किया गया है| लालची कांग्रेस की पांच पीढ़ी क्या अगली पांच पीढ़ी भी ऐसा बजट देने में सक्षम नहीं है क्योंकि वे केवल घोटाले और लूट चाहते हैं| विपक्ष के हाथ में तेल के दामों की न्यूनतम वृद्धि का झुनझुना थमा कर देश को विकास की ओर अग्रसर करने के लिए देश के अनुसन्धान को बढ़ावा, रेलवे एवं सडक निर्माण में तेजी, शिक्षिक प्रणाली में सुधार, एन आर ऍफ़ का पंजीकरण, खेलो भारत को प्रोत्साहन, रेलवे आधुनिकीकरण, महिला उद्यमिता को बढ़ावा, जन धन खातों में ओरव ड्राफ्ट की सुविधा, महिलाओं को अलग से ऋण सुविधा, बिना पैन कार्ड के टेक्स जमा करने की सुविधा, बैटरी एवं सोलर से चलने वाले वाहनों में विस्तार, प्रदूष्ण पर लगाम, कैशलेस भारत बनाने की मुहीम ताकि लेन-देन सीधा खातों से हो सके और किसी प्रकार का भ्रष्टाचार होने पर पकड़ में आ सके| अब इतने सारे कार्य होंगे और सभी सीधे विनिमय ऑनलाइन सिस्टम द्वारा होंगे तो चोर-लुटेरों को तो अटपटा लग ही सकता है| अब कोई भारतीय बजट को 10 में से 0 नंबर दे तो वह केवल अपनी तुच्छ व गद्दार मानसिकता को तुष्ट करने में लगा है| जयहिंद जय भारत|
मैं तातश्री और आप सुन रहे हैं तातश्री रेडियो
दोस्तों! पहली बार किसी भारतीय ने भारत के लिए बजट पेश किया है, भारतीय के लिए बजट पेश किया है| बही खाते के समान, लाल कपडे में लिपटे, दस्तावेज, भारतीय संस्कृति की पहचान करवाते, भारत की प्रथम, पूर्वकालिक महिला वित्तमंत्री के हाथ में सुशोभित ऐसे लग रहे थे मानो भादरिया माता स्वयं भारत का स्वर्णिम भविष्य हाथ में लिए साक्षात रूप में प्रकट हुई हो| एक लम्बे समय के पश्चात एक सुद्रिड सरकार द्वारा प्रस्तुत बजट से पूरी दुनिया की चाहत बनी हुई थी| लेकिन पुरानी होड़ को खंडित करते हुए नवभारत के स्वप्न को पूरा करने की चाहत लिए स्वयं 33 करोड़ देवी-देवता अब भारत के निर्माण का फैंसला कर चुके हैं और राक्षस इसके विरोध में खड़े नजर आ रहे हैं| सत्तालोलुप, नशे में चूर सत्ता खो चुके स्वेच्छिक नेता इस बजट के विरोध में इसलिए हैं क्योंकि वे सत्ता चाहते हैं उन्हें देश के बजट से कोई सरोकार नहीं| क्योंकि उन्हें खाने को कुछ नहीं मिल रहा| क्योंकि वे अजगर अब देश की अर्थव्यवस्था को ढकार नहीं पायेंगे| जबकि पहली बार, बजट 2019 में हर जरूरतमंद भारतीय को भीख देने की बजाए उसकी सहायता का सार्थक प्रयास किया गया है| लालची कांग्रेस की पांच पीढ़ी क्या अगली पांच पीढ़ी भी ऐसा बजट देने में सक्षम नहीं है क्योंकि वे केवल घोटाले और लूट चाहते हैं| विपक्ष के हाथ में तेल के दामों की न्यूनतम वृद्धि का झुनझुना थमा कर देश को विकास की ओर अग्रसर करने के लिए देश के अनुसन्धान को बढ़ावा, रेलवे एवं सडक निर्माण में तेजी, शिक्षिक प्रणाली में सुधार, एन आर ऍफ़ का पंजीकरण, खेलो भारत को प्रोत्साहन, रेलवे आधुनिकीकरण, महिला उद्यमिता को बढ़ावा, जन धन खातों में ओरव ड्राफ्ट की सुविधा, महिलाओं को अलग से ऋण सुविधा, बिना पैन कार्ड के टेक्स जमा करने की सुविधा, बैटरी एवं सोलर से चलने वाले वाहनों में विस्तार, प्रदूष्ण पर लगाम, कैशलेस भारत बनाने की मुहीम ताकि लेन-देन सीधा खातों से हो सके और किसी प्रकार का भ्रष्टाचार होने पर पकड़ में आ सके| अब इतने सारे कार्य होंगे और सभी सीधे विनिमय ऑनलाइन सिस्टम द्वारा होंगे तो चोर-लुटेरों को तो अटपटा लग ही सकता है| अब कोई भारतीय बजट को 10 में से 0 नंबर दे तो वह केवल अपनी तुच्छ व गद्दार मानसिकता को तुष्ट करने में लगा है| जयहिंद जय भारत|
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Author | Tatshri |
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